पाकिस्तान ने राम मंदिर निर्माण को लेकर उठाये सवाल भारत ने दिया मुहतोड़ जवाब।
पाकिस्तान अपनी आदतों से बाज नहीं आरहा है पाकिस्तान को हर वक़्त भारत के अंदरूनी मामले में टांग अड़ाने की आदत सी हो गयी है।
आपको बता दे की पाकिस्तान इस वक़्त राम मंदिर निर्माण पर सवाल खड़े किये है। जैसा की आपको पता होगा की श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य 26 मई से सुरु कर दिया गया है। इससे पहले राम मंदिर निर्माण की खुदाई में 5 फ़ीट का शिवलिंग और ढेर सारी मुर्तिया खुदाई से निकली थी। अब श्री राम मंदिर के निर्माण कार्य चल रहा है तो एक बार फिर पाकिस्तान ने विरोध किया है।
While ? is grappling with unprecedented #COVID19, RSS-BJP combine is busy unabashedly advancing “Hindutva” agenda. The commencement of construction of a Mandir at the site of Babri Masjid is another step in this direction & Govt & people of ?? condemn it in the strongest terms. pic.twitter.com/1V4iWW7tvi
— Spokesperson ?? MoFA (@ForeignOfficePk) May 27, 2020
पाकिस्तान ने ट्वीट कर कहा की जिस वक़्त दुनिया कोरोना से लड़ रहा है उस वक़्त आरएसएस और बीजेपी हिंदुत्व एजेंडा को आगे बढ़ने में व्यस्त है ! इसके बाद कहा की बाबरी मस्जिद के स्थान पर राम मंदिर का निर्माण इस दिशा में एक और कदम है। और सरकार के लोग इसकी कड़ी निंदा करते हैं। और इस बात की पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान की जनता कड़ी निंदा करता है।
इसके बाद अयोध्या के संत समाज ने पाकिस्तान को लताड़ लगाया है। सतेंद्र दास जी जो की राम मंदिर के मुख्या पुजारी है उन्होंने कहा की हिन्दू मुस्लिम के बिच में विवाद पैदा होते रहे इस उद्देश्य से पाकिस्तान राम मंदिर की बात को उठाया है। इसकी कोई आवस्यकता पाकिस्तान को नहीं है और ये हमारे देश की बात है और देश में रहने वालो मुसलमानो की बात है।
इसके बाद बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी पाकिस्तान को जवाब दिया है उन्होंने कहा पाकिस्तान को राम मंदिर जन्मभूमि पर राजनीती ना करे ये हमारा अंदरूनी मामला है। और जब हमारे देश के मुस्लमान इसका विरोध नहीं किये तो पाकिस्तान कौन होता है इसका वोरोध करने वाला। उन्होंने कहा की हम हिंदुस्तान की संविधान को मानते है जो संविधान ने कहा वो हमने माना है।
इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने भी जवाब दिया है उन्होंने कहा की हमने पाकिस्तान से आये एक बेतुका बयान देखा है जिसपर बोलने की कोई स्थिति भी नहीं है अपने रिकॉर्ड को देखते हुए पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों का भी उल्लेख करने के लिए सर्मिन्दा होना चाहिए भारत एक ऐसा देश है जो कानून के शासन द्वारा सेवा करता है। और जो सभी धर्मो को समान अधिकार का गारंटी देता है। और इस अंतर को समझने के लिए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को समय निकल कर अपने संविधान को पढ़ लेना चाहिए।